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व्यक्ति विशेष –

चित्रकूट के उभरते कथावाचक महाराज युवराज कृष्ण महाराज जी एक प्रसिद्ध कथा वाचक बन चुके है , इनका असली नाम युवराज मिश्रा है भगवान श्री कृष्ण की लीला का कथा और गायन की वजह से भक्तो ने इनका नाम युवराज कृष्ण महाराज जी रखा, इनका जन्म 08 अगस्त 1992 को भगवान श्री राम की तपो स्थली चित्रकूट मे हुआ इनके पिता सिद्धगोपाल मिश्रा जन्म से ही एक किसान है, जो शांत प्रिय और सामाजिक इंसान है इनकी माता श्री मती उमा देवी एक गृहस्थ एवं धार्मिक महिला है, दो भाइयों में एक कठवाचक और दूसरे भाई भूपेंद्र मिश्रा जो पेशे से एडवोकेट है, युवराज की प्रारम्भिक शिक्षा उत्तर प्रदेश बोर्ड प्रयागराज से, स्नातक बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झाँसी से , परास्नातक अवधेश प्रताप यूनिवर्सिटी रीवा से, मास्टर ऑफ़ सोशल वर्क महात्मा गाँधी गमोदय यूनिवर्सिटी से, एवं बी.एड. बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी से किया , महराज उच्च शिक्षित प्राप्त कथावाचक है , सामाजिक क्षेत्र का कार्य हो या धार्मिक क्षेत्र का हो , महराज बढ़चढ़कर भाग लेते है और सामाजिक चिंतन के प्रति महराज का उद्देस्य एकदम सामाजिक समरसता का है ,
युवराज बताते है की उनका प्रारंभिक जीवन बहुत ही कठिनाइयों से व्यतीत हुआ , युवराज बेहद शांत, मृदु भाषी, तथा बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्तित्व है इन्होने हमेशा संतो का संग तथा प्रभु की कथा सुनते में रूचि रहती थी , संस्कृत और वेद समेत सभी का अध्ययन करके आज राम और कृष्ण में पूर्णतया समां गए है , महराज कहते है राम से बड़ा राम का नाम। राम नाम में लीन महराज अब भक्ति के सागर में डुब गए है और अपना समस्त जीवन धर्म के पुरुत्थान में लगा देने का मन बना लिया है। परम् पूज्य प्रसिद्ध कथा वाचक शिक्षा गुरु श्री शिवम शुक्ला जी से इन्होने कथा का प्रशिक्षण लिया एवं सतगुरुदेव भगवान प्रेम मूर्ति श्री राजन जी महाराज के प्रतिदिवस कथा का अनुसरण एवं आशीर्वाद से आज युवराज ने पांच श्री शिव कथा, दो राम कथा तथा 23 श्री मद भागवत कथा से अपनी वाणी द्वारा सबको प्रभावित किये है।


युवराज कृष्ण जी का एक जीवन का उद्देश्य एकदम स्पस्ट है कि जिससे कुछ सीखने को मिले वही हमारा गुरु है , विगत सन 2023 फ़रवरी दिनाँक 8 को युवराज कृष्ण  का विवाह बृजधाम से  अनीता पाठक जी से हुआ, जो उनकी प्रेरणा श्रोत है , जिन्होंने महाराज के कठिन संघर्ष मे हमेशा साथ देती रहती है।
महाराज तुलसीदास सोसाइटी के उद्देश्यों के प्रति उनका एक मिशन है की एक सुंदर गुरुकुल की स्थापना हों। तुलसीदास शिक्षा एवं विकास समिति शोध संस्थान कर्वी चित्रकूट उत्तर प्रदेश की शुभ संकल्प के साथ ही कार्य का प्रारम्भ हों चूका है. जिसमे मुख्य शिक्षा के कार्य मे गुरुकुल शिक्षा, अनाथ बच्चों की मुफ्त शिक्षा, गरीब और बेसहारा बच्चो के ड्रेस किट एवं गौ सेवा संकल्प निर्धारित है। भूमि पूजन के पश्चात जमीन दानदाताओ के साथ जो भी कथा का आयोजन होगा हम उस गुरुकुल को आगे लाएंगे, युवराज कृष्ण का कथन है कि वर्तमान मे हम वेद, शास्त्रों की तरफ और सनातन धर्म मे विधार्थियो को यदि रूचि बढ़ाना चाहे तो इसके लिए सुयोग्य गुरुकुल की स्थापना जरुरी है ताकि हमारे गुरुकुल मे हर वो पढ़ाई हों जिससे उनको वेद, ज्योतिष, कर्मकांड, योग, व्याकरण, भागवत, रामचरित मानस, गीता, आधुनिक विषय जैसे कंप्यूटर, इंग्लिश, मैथ, आदि का भी अध्ययन हों हमारे गुरुकुल के छात्र संस्थान और गुरुकुल का नाम पुरे भारत और विश्व पटल पर अपना नाम रोशन करे | इस गुरुकुल मे निशुल्क आवास, भोजन, निशुल्क शिक्षा, एवं नयी तकनीकी शिक्षा का भी प्रवधान है। युवराज कृष्ण जी से चाहे कोई छोटा कथा का आयोजन हों या बड़ा कथा का आयोजन हों, अपनी दक्षिणा कभी नहीं लेते है, अपनी दक्षिणा गुरुकुल और गरीबों लोगो की सेवा में देते है। उनका यही कहना है इस कार्य के लिए लोग यदि प्रभु कार्य सेवा यदि मुझसे कराना चाहते है तो मै अपना पूरा जीवन प्रभु की कथा मे ही गुजराना चाहता हूँ।


उन्होंने सभी भक्तो और धर्म के अनुयाइयों से अपील भी की जो भी भक्त निशुल्क कथा का आयोजन करवाना चाहता हों वो उनके नंबर पर संपर्क कर सकता है मोबाइल नंबर =7897625001,7398070622, 9627418532, 9450362029, 8193811428
युवराज कृष्ण जी की कथाओ का घर बैठे श्रवण हेतु यूट्यूब, फेसबुकपेज , इंस्टाग्राम पेजचैनल -yuvrajkrishnmaharaj, जी है।
दानकर्ताओं से भी उन्होंने गुरुकुल की स्थापना और गौशाला के दान हेतु दान देने के लिए निवेदन किया है
दान करने का लिंक निम्न है –

https://pages.razorpay.com/pl_NGTrBNB4PWHJa5/view

 

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