चित्रकूट। गुरुवार सुबह हुई भारी बारिश के बाद चित्रकूट में मंदाकिनी नदी एक बार फिर उफान पर आ गई है। नदी का जलस्तर हर घंटे बढ़ रहा है और रामघाट, भरतघाट, जानकीकुंड जैसे प्रमुख घाटों पर पानी तेजी से फैलता जा रहा है। निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। प्रशासन द्वारा मंदाकिनी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रयागराज नैनी से PAC की विशेष रेस्क्यू टीम बुलाई गई है, जो घाट क्षेत्र में पेट्रोलिंग कर रही है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चित्रकूट के पुलिस अधीक्षक श्री अरुण कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक श्री सत्यपाल सिंह के साथ रामघाट, निर्मोही अखाड़ा सहित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण करने पहुंचे। उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और चौकी प्रभारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और जनता को हर हाल में सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की। एसपी ने कहा कि मंदाकिनी का जलस्तर बेहद खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है और किसी भी स्थिति में घाट क्षेत्र में प्रवेश न करें।
प्रशासन ने एहतियात के तौर पर रामघाट क्षेत्र की सभी दुकानों को खाली करवा लिया है। माइकिंग के जरिए नगर पालिका लगातार दुकानदारों और स्थानीय लोगों को सचेत कर रही है कि वे सामान हटाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा दें। घाट क्षेत्र में आम नागरिकों का आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और पुलिस बल लगातार गश्त कर रहा है।
बचाव कार्यों के लिए पुलिस बल के साथ PAC टीम पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। इस दौरान चौकी प्रभारी सीतापुर श्री अनिल कुमार गुप्ता, पीआरओ श्री प्रदीप पाल और अन्य पुलिसकर्मी भी मौके पर मौजूद रहे। प्रशासन द्वारा लोगों को बचाव के उपायों की जानकारी भी दी जा रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित राहत सुनिश्चित की जा सके। बारिश और मंदाकिनी के इस उफान को देखकर 2013 की ‘हाथी वाली बाढ़’ की यादें ताजा हो गई हैं। बुजुर्गों का कहना है कि 2013 के बाद यह सबसे भयंकर जलस्थिति है, और यदि बारिश इसी तरह जारी रही तो हालात और खराब हो सकते हैं। फिलहाल रामघाट से लेकर सीतापुर तक भय और असमंजस का माहौल है, लोग मंदिरों में प्रार्थना कर रहे हैं कि बारिश बंद हो और मंदाकिनी शांत हो जाए।
प्रशासनिक सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है, लेकिन जलस्तर में तेजी से हो रही बढ़ोतरी ने जिले को अलर्ट मोड में डाल दिया है। जिला प्रशासन, पुलिस और नगर पालिका तीनों मिलकर स्थिति को काबू में लाने की कोशिश कर रहे हैं। जनता से बार-बार अपील की जा रही है कि अफवाहों पर ध्यान न दें, केवल प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें।