शुक्रवार, जुलाई 11, 2025
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चित्रकूट के पत्रकार पुत्र ने वकालत में रचा कीर्तिमान, पिता की विरासत को दोनों भाइयों ने बनाया मिशन

सरस भावना । चित्रकूट – पुरानी बाजार के निवासी और स्वर्गीय पत्रकार राजेन्द्र पांडेय के पुत्र क्रांति किरण पांडेय ने वकालत के क्षेत्र में अपने संघर्ष, समर्पण और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता से न सिर्फ पिता की विरासत को आगे बढ़ाया है, बल्कि जिले का नाम भी रोशन किया है। वर्तमान में उच्च न्यायालय इलाहाबाद में अधिवक्ता के रूप में सक्रिय क्रांति किरण, वर्ष 2024 से समाजवादी अधिवक्ता सभा के प्रदेश सचिव के रूप में भी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
महज 7 वर्षों की वकालत में उन्होंने रेप, मर्डर जैसे हाई-प्रोफाइल केसों में सफल पैरवी, और कई बार हाईकोर्ट से 1 महीने के भीतर जमानत दिलाने जैसे उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
अपने वकालती जीवन के शुरुआती दौर में ही क्रांति किरण पांडेय को 508 आर्मी बेस वर्कशॉप, छिवकी, इलाहाबाद में स्पेशल आर्मी काउंसिल के रूप में नियुक्त किया गया। यहाँ उन्होंने भारतीय सेना के पक्ष में केस जीतकर पूरी जिम्मेदारी से न्याय दिलाया। वहीं एसएससी (ळक्) कांस्टेबल भर्ती में कोर्ट केस जीतकर, यूपी और बिहार के सैकड़ों युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाना भी उनकी बड़ी उपलब्धियों में शुमार है।
स्व. राजेन्द्र पांडेय, चित्रकूट के एक ईमानदार पत्रकार के रूप में जाने जाते थे, जो हमेशा गरीबों, मजलूमों और सच की लड़ाई में सबसे आगे रहते थे। आज उनके दोनों पुत्रकृक्रांति किरण पांडेय और उनके भाईकृने पिताजी की उसी सोच और संघर्ष को अपनी दिशा बना लिया है।क्रांति किरण बताते हैं, “पिताजी हमेशा कहते थे कि कागज़ पर सिर्फ खबर नहीं, जिम्मेदारी छपनी चाहिए। हम दोनों भाइयों ने ठाना है कि पिताजी का नाम रुकना नहीं चाहिए कृ अब वो हमारे कर्मों में जिंदा रहेंगे।”

गरीबों को न्याय दिलाना ही लक्ष्य
आज भी क्रांति किरण पांडेय चित्रकूट के गरीबों के मुकदमे बेहद

C P Dwivedi
C P Dwivedihttps://sarasbhavna.com
लेखक परिचय : चन्द्र प्रकाश द्विवेदी, चित्रकूट निवासी एक सक्रिय पत्रकार, लेखक, शिक्षाविद् और सामाजिक विचारक हैं, जो पिछले दो दशकों से हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र ‘सरस भावना’ के संपादक के रूप में जनपक्षीय पत्रकारिता कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत विभिन्न प्रतिष्ठित समाचार संस्थानों से की और अपने लेखन तथा संपादन कौशल से बुंदेलखंड की पत्रकारिता को नई दिशा दी। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने अंग्रेज़ी साहित्य में स्नातकोत्तर (M.A.), कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री (M.Sc. CS), सामाजिक कार्य में स्नातकोत्तर (MSW), पत्रकारिता एवं जनसंचार में डिग्री, और क़ानूनी ज्ञान में स्नातक (L.L.B.) की शिक्षा प्राप्त की है। वे एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं — एक संवेदनशील पत्रकार, प्रतिबद्ध समाजसेवी, करियर काउंसलर, राजनीतिक विश्लेषक, अधिवक्ता और व्यंग्यकार। वे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि परिवर्तन और ग्रामीण विकास जैसे जनहित से जुड़े विषयों पर निरंतर काम कर रहे हैं। वर्तमान में वे बुंदेली प्रेस क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और सरकार से मान्यता प्राप्त वरिष्ठ पत्रकारों में शुमार हैं। लेखन नाम बड़का पंडित‘’ के नाम से वे राजनीतिक पाखंड, जातिवाद, दिखावटी विकास, मीडिया के पतन और सामाजिक विडंबनाओं पर तीखे, मगर प्रभावशाली व्यंग्य लिखते हैं, जो समाज को सोचने और बदलाव के लिए प्रेरित करते हैं। उनकी लेखनी न सिर्फ व्यंग्य का माध्यम है, बल्कि बुंदेलखंड की पीड़ा, चेतना और संघर्ष की आवाज़ भी हैऔर शिक्षा, स्वास्थ्य व ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्रों में सक्रिय रूप से कार्यरत हैं।
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