सरस भावना संवाद,
कर्वी (चित्रकूट)। राजनीति में कदम रखे अभी ज्यादा वक़्त नहीं बीता, लेकिन जनता का भरोसा और सेवा का जज़्बा किसी पुराने नेता से कम नहीं। बात हो रही है वार्ड नंबर 18, पुरानी बाजार से सभासद बने कान्हा केशरवानी की, जो अब कर्वी नगर पालिका चेयरमैन पद की दौड़ में सबसे चर्चित नाम बन चुके हैं।
13 मई 2023 को हुए नगर निकाय चुनावों में कान्हा ने भाजपा के सहयोग से भारी मतों से जीत दर्ज की थी। उनकी जीत ने साफ कर दिया कि कर्वी की जनता अब ऐसे युवाओं के साथ है, जो ज़मीन से जुड़े हैं, सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं और राजनीति को दलाली या दिखावे का माध्यम नहीं मानते।
कान्हा सिक्योरिटी के नाम से सुरक्षा सेवाओं का व्यवसाय करने वाले कान्हा, अपने सरल व्यवहार, सामाजिक सक्रियता और लगातार वार्ड में उपस्थिति के लिए जाने जाते हैं। वे सिर्फ चुनावी समय में नहीं, बल्कि हर वक़्त लोगों के बीच मिलते हैं, सुनते हैं और जो संभव हो, तुरंत समाधान भी कराते हैं।
अब जब चेयरमैन पद के लिए चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं, तो पूरा शहर एक स्वर में कह रहा है—”अगर भाजपा कान्हा को टिकट दे दे, तो चेयरमैन की कुर्सी पक्की!” बाजार हो, मोहल्ला हो या चाय की दुकान—हर जगह सिर्फ एक ही नाम गूंज रहा है: कान्हा केशरवानी।
भाजपा संगठन के भी कई कार्यकर्ता और स्थानीय पदाधिकारी कान्हा के नाम को प्राथमिकता दे रहे हैं। उनका मानना है कि कान्हा जैसे युवाओं को आगे लाना ही पार्टी के भविष्य और शहर के विकास दोनों के लिए आवश्यक है।
हमने शहर के विभिन्न वार्डों में लोगों से बात की। जगदीश नगर के निवासी अशोक पटेल कहते हैं, “कान्हा सभासद ही नहीं, सेवक की तरह काम कर रहे हैं। अब उन्हें चेयरमैन बनाना हमारा फर्ज है।” रेखा गुप्ता, महिला व्यापारी, कहती हैं, “चेयरमैन पद को ऐसे ही जागरूक और संजीदा युवा की ज़रूरत है।” स्थानीय राजनीति पर नज़र रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार कैलाश मिश्रा कहते हैं, “कान्हा केशरवानी जैसे नेता अब कम मिलते हैं। भाजपा अगर युवाओं को बढ़ावा देना चाहती है, तो टिकट देने में हिचक नहीं करनी चाहिए।”
कान्हा केशरवानी अब केवल वार्ड के नेता नहीं रहे, वे पूरे कर्वी के जनविश्वास का चेहरा बन चुके हैं। पार्टी अगर युवा नेतृत्व को महत्व देती है, तो जनता पहले ही उन्हें चेयरमैन की कुर्सी पर बैठा चुकी है—बस औपचारिक मुहर लगनी बाकी है।