सरस भावना प्रतिनिधि | चित्रकूट | सरधुआं थाना क्षेत्र
कामतानाथ के दर्शन का बहाना बनाकर दो युवक अपने-अपने प्यार से मिलने खोपा गांव पहुंच गए। दोनों लड़कियाँ पहले से गांव में थीं, लड़कों की योजना थी कि चुपचाप मिलें और लौट जाएं—but गांव की ज़मीन पर मोहब्बत इतनी आसानी से पचती नहीं।
गांववालों ने दोनों जोड़ों को रंगे हाथों पकड़ लिया। फिर क्या था—मौके पर ही जन पंचायत लग गई, दोनों लड़कों की जमकर धुनाई हुई। किसी के हाथ में डंडा था, किसी के सवाल में आग। लड़कों ने हाथ जोड़े, कान पकड़े, लेकिन जनता जनार्दन तय करके आई थी—अब प्यार किया है तो भुगतना भी पड़ेगा।
धुनाई के बाद सीधे गांव के मंदिर में ले जाकर दोनों की सगाई करवा दी गई। बीच में पुलिस भी पहुंची लेकिन गांव वालों ने साफ कहा—हमने मामला रफा-दफा कर दिया है। दोनों पक्ष निषाद बिरादरी से थे, रिश्तेदारी भी जुड़ी थी, सो समझौते की ज़मीन तैयार हो गई।
अब दोनों जोड़ो की शादी कोर्ट के रास्ते होगी। गांव में चर्चा गरम है—दर्शन तो हो गए कामतानाथ के, पर विवाह दर्शन से भी भारी पड़ गया।
गांव के सीसीटीवी बने ग्रामीण
युवकों के हावभाव कुछ यूं थे कि गांव के चौकन्ने नागरिकों ने तुरंत पकड़ लिया। पूछताछ शुरू हुई, और जल्द ही खुलासा हुआ कि दोनों युवक, निषाद समाज की उन्हीं दो लड़कियों से मिलने आए हैं, जो इन दिनों खोपा गांव में आई हुई थीं।
प्यार पर पहरा और फिर पंचायत का फैसला
गांव वालों ने ‘सामाजिक न्याय व्यवस्था’ को तुरंत सक्रिय करते हुए युवकों की सार्वजनिक धुनाई की और फिर मंदिर में बैठाकर ‘सगाई’ करवा दी। रिश्तेदारियां और समाज की इज़्ज़त के नाम पर सारा प्रेम तंत्र विधिपूर्वक सुलझा दिया गया।
पुलिस आई, पर प्रेम जीत गया
सरधुआ थाना पुलिस जब मौके पर पहुंची तो माहौल पहले से सधा हुआ था। दोनों पक्षों में सहमति बन चुकी थी कि अब विवाह कानूनी प्रक्रिया से किया जाएगा।
मोबाइल मीडिया का कमाल
पूरे घटनाक्रम को ग्रामीणों ने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से वायरल हो रहा है। तस्वीरों में गांव के मंदिर, गुस्साए ग्रामीण और झुकी निगाहों वाले प्रेमी देखे जा सकते हैं।