बुंदेलखंड की माटी में जन्मी कलम की यह पुकार है —
बुंदेली प्रेस क्लब, एक ऐसा मंच जहाँ सच्ची पत्रकारिता और जमीनी साहित्य हाथ में हाथ डाले चलते हैं।
यह सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक, वैचारिक और सामाजिक आंदोलन है — जो उन आवाज़ों को जगह देता है जो अक्सर सत्ता की चमक में दबा दी जाती हैं।
हमारा विश्वास
“जब कवि चुप है और पत्रकार बिक गया — तब जनता को सिर्फ विज्ञापन मिलता है, खबर नहीं।”
बुंदेली प्रेस क्लब ऐसे समय में खड़ा हुआ है जब पत्रकारिता को प्रचार और साहित्य को समारोहों की शोभा बना दिया गया है। हम मानते हैं कि –
एक रिपोर्ट भी कविता हो सकती है और
एक कविता भी रिपोर्टिंग कर सकती है।
हमारा उद्देश्य
गाँव-देहात के युवा पत्रकारों को मंच और मार्गदर्शन देना
बुंदेली, हिंदी और जनभाषा में लिखने वाले कवियों/लेखकों को पहचान दिलाना
पत्रकारिता और साहित्य को जोड़कर जनचेतना फैलाना
जनहित मुद्दों पर संवाद, रिपोर्टिंग शिविर, कवि सम्मेलन और मीडिया साक्षरता अभियान चलाना
फर्जी पत्रकारिता और दिखावटी साहित्य के विरुद्ध सशक्त प्रतिरोध खड़ा करना
हमारे मंच पर होते हैं
ग्राउंड रिपोर्टिंग से लेकर व्यंग्य कविताएँ
जनसरोकारों की कवरेज से लेकर लोकगीतों की प्रस्तुति
सत्ता से सवाल, समाज से संवाद
आप क्यों जुड़ें?
क्योंकि अगर आप भी मानते हैं कि —
“पत्रकारिता सिर्फ टीआरपी नहीं, जवाबदेही है…
और साहित्य सिर्फ छपने की दौड़ नहीं, समाज को देखने का आईना है…”
तो बुंदेली प्रेस क्लब आपके जैसे लोगों के लिए ही बना है।
📬 संपर्क करें / सदस्य बनें
📧 bundelipressclub@gmail.com
📍 चित्रकूट, मध्य प्रदेश / उत्तर प्रदेश सीमा
📞 WhatsApp/Call: 7398070622