चित्रकूट के पहाड़ी थाना में नई महिला थानाध्यक्ष अनुपमा तिवारी की नियुक्ति से क्षेत्र में महिला सुरक्षा और अपराध नियंत्रण को एक नई दिशा मिली है। 2015 में पुलिस सेवा में आने वाली अनुपमा तिवारी ने सबसे पहले 2016 में हमीरपुर कोतवाली प्रभारी के रूप में कार्यभार संभाला और 2019 में बांदा के कोतवाली समेत , बाँदा देहात , थाना जसपुरा इंचार्ज तथा थाना प्रभारी के रूप में अपने समृद्ध अनुभव से पुलिस व्यवस्था को सशक्त बनाया है। कानपुर की निवासी अनुपमा ने ITI पूरी कर कंप्यूटर कोर्स भी किया है, जिससे वे पुलिसिंग में नवीनतम तकनीकी ज्ञान से संपन्न हैं। इस तकनीकी दक्षता के साथ उनका मानना है कि पुलिस सेवा से बढ़कर समाजसेवा का कोई बेहतर मंच नहीं है।
अब उनका ट्रांसफर चित्रकूट हुवा और १५ दिन कर्वी कोतवाली के बाद , पहाड़ी महिला थाना में उनकी यह पहली पोस्टिंग है, जहां उन्होंने महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए ‘मिशन शक्ति’ अभियान को मजबूती प्रदान करने का संकल्प लिया है। वे घरेलू हिंसा, छेड़छाड़ और अन्य महिला अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाएंगी और पुलिस-जनता संवाद को भी बढ़ावा देंगी। उनके नेतृत्व में महिला थाना क्षेत्र में महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग कर त्वरित और पारदर्शी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में, अनुपमा तिवारी जैसे अनुभवी थाना इंचार्ज के सहयोग से पहाडी पुलिस थाना में अपराध नियंत्रण के साथ-साथ समाज में सुरक्षा एवं विश्वास बनाए रखने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। थाने की नियमित पैदल गश्त, अपराधियों की गिरफ्तारी, अवैध अहम उपकरणों की बरामदगी तथा नशा मुक्ति अभियान मालिकाना भूमिका निभा रहे हैं।
अनुपमा तिवारी का कहना है कि पुलिसिंग केवल कानून लागू करने का काम नहीं, बल्कि समाज के प्रति सेवा और सुरक्षा का विशेष दायित्व है। उनकी प्राथमिकताओं में महिला सुरक्षा के साथ-साथ ग्रामीण और शहरी इलाकों में पुलिसिंग को और प्रभावी बनाना भी शामिल है। पहाड़ी थाना के प्रभारी के रूप में उनकी नियुक्ति से स्थानीय महिला समुदाय में विश्वास और सहयोग बढ़ा है, जिससे क्षेत्र में बेहतर कानून व्यवस्था की उम्मीदें प्रबल हुई हैं।
इस नई नियुक्ति के साथ ही पहाड़ी थाना महिला सुरक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करता दिख रहा है, जहां तकनीक, समर्पण और जनता के साथ बेहतर संवाद के माध्यम से अपराधों पर नियंत्रण और महिलाओं की सुरक्षा को सर्वाेच्च स्थान दिया जाएगा। पहाड़ी थाना, चित्रकूट का यह कदम पूरे जिले में महिला सशक्तिकरण और पुलिसिंग में आधुनिकता के उदाहरण के रूप में देखा जायेगा। पहाडी पुलिस थाना का संपर्क नंबर 9454403209 है, जहां नागरिक अपनी समस्याएं दर्ज करा सकते हैं। महिला हेल्पलाइन 1090, पुलिस आपात सेवा 112 आदि नंबर भी आवश्यक सहायता हेतु सक्रिय हैं।
साक्षात्कार
पहाड़ी थाना की नई थानाध्यक्ष अनुपमा तिवारी और संपादक के साथ महिलाओं की सुरक्षा, पुलिसिंग, और सामाजिक सहभागिता पर चर्चा
संपादक – पहाड़ी थाना की नई थानाध्यक्ष अनुपमा तिवारी जी पहाडी थाना में आपका हार्दिक स्वागत है। सबसे पहले कृपया हमें अपने पुलिस सेवा के सफर और इस पद पर आने का अनुभव बताएं।
अनुपमा तिवारी (थानाध्यक्ष) – धन्यवाद। मैंने 2015 में पुलिस सेवा शुरू की थी। हमने हमीरपुर कोतवाली, बांदा महिला थाना में भी सेवा प्रदान की है। यह मेरी पहली महिला थाना प्रभारी की पोस्टिंग है और मैं इसके लिए बहुत सम्मानित महसूस करती हूँ। मेरी प्राथमिकता महिला सुरक्षा को मजबूत बनाना और समाज सेवा के प्रति समर्पित रहना है।
संपादक -आपके पास प्ज्प् की पढ़ाई और कंप्यूटर कोर्स की तकनीकी दक्षता है। ये पुलिसिंग में कैसे सहायक साबित हो रही है?
अनुपमा तिवारी – डिजीटल उपकरणों के ज़रिए हम त्वरित शिकायत निबटारा, मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से सेवा प्रदान करना, और सीसीटीवी निगरानी से बेहतर नियंत्रण कर पाते हैं। इससे न केवल कार्य में पारदर्शिता बढ़ी है, बल्कि जनता का भरोसा भी मजबूत हुआ है।
संपादक – पहाड़ी थाना क्षेत्र में महिला सुरक्षा को लेकर मुख्य चुनौतियां क्या हैं और आपकी योजना क्या है?
अनुपमा तिवारी -मुख्य चुनौतियां घरेलू हिंसा, छेड़छाड़ और यौन अपराध हैं। ‘मिशन शक्ति’ अभियान की मदद से जागरूकता बढ़ाना, त्वरित कार्रवाई करना, और सुरक्षित माहौल बनाना मेरा लक्ष्य है। साथ ही, एंटी रोमियो स्क्वाड की सक्रियता भी सुनिश्चित कर रही हूं।
संपादक – नशा मुक्ति अभियान के संबंध में क्षेत्र में क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
अनुपमा तिवारी – सतत छापेमारी, सामाजिक संस्थानों के साथ जागरूकता कार्यक्रम, और युवाओं को नशा से दूर रखने के प्रयास जारी हैं। पूरी तरह नशा खत्म करना चुनौतीपूर्ण है, पर निरंतर प्रयासरत हैं।
संपादक – सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में मुख्य कोशिशें क्या हैं, खासकर पहाड़ी चौराहा पर?
अनुपमा तिवारी – यातायात नियमों का पूर्णतया पालन, इससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
संपादक – पुलिस-जनता सहयोग को बेहतर बनाने के लिए क्या सुझाव हैं?
अनुपमा तिवारी – संपर्क बनाए रखना, अपराध की सही समय पर सूचना देना, और पुलिस को सामाजिक भागीदार समझना आवश्यक है। यही स्थायी सुधार की कुंजी है।
संपादक – युवाओं और महिलाओं को आप क्या संदेश देंगी?
अनुपमा तिवारी – सभी को जागरूक और सतर्क रहना चाहिए। समस्याओं के सामने बिना डर पुलिस से संपर्क करें। कानून का सम्मान करें और सुरक्षित समाज के निर्माण में अपना योगदान दें।
अनुपमा तिवारी – महिला सुरक्षा के अलावा , मैं अपराध नियंत्रण, ग्रामीण इलाकों में पुलिसिंग को प्रभावी बनाने पर ध्यान दे रही हूं। सड़क सुरक्षा, नशा मुक्ति अभियान, पारिवारिक विवाद निवारण इत्यादि विभागीय काम भी प्राथमिक भूमिका में हैं। हम चाहते हैं कि थाने की हर कार्रवाई में पुलिसिंग पारदर्शी और त्वरित हो।
संपादक – इस इलाके में कुछ सामाजिक चुनौतियां भी हैं। आप समाज के साथ मिलकर कैसे काम करती हैं?
अनुपमा तिवारी – सामाजिक संगठन, पंचायत और स्थानीय समुदाय के साथ नियमित संवाद रखेगे लोक स्तर पर जागरूकता शिविर एवं महिलाओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण के आयोजन होती हैं। भरोसेमंद माहौल बनाने के लिये हम पारिवारिक विवादों का शांतिपूर्ण समाधान भी पुलिस कार्यालय में कराते हैं।
संपादक – आप युवा वर्ग और महिलाओं को इस संदर्भ में क्या सलाह देंगे?
अनुपमा तिवारी – हमारा युवा वर्ग और महिलाएं ही समाज की नींव हैं। उन्हें चाहिए कि वे जागरूक रहें, अपने अधिकारों को समझें और सुरक्षा के प्रति सचेत हों। साथ ही, वे पुलिस प्रशासन का सहयोग करें और कानून के प्रति सम्मान बनाए रखें। हम सबको मिलकर एक सुरक्षित समाज का निर्माण करना होगा।
संपादक – अंत में, अनुपमा जी, राजापुर और आसपास के महिलाओं के लिए कोई संदेश?
अनुपमा तिवारी – मैं सभी महिलाओं से कहना चाहती हूं कि यदि आपको किसी भी प्रकार की समस्या हो तो बिना संकोच पुलिस से संपर्क करें। हम आपकी सुरक्षा के लिए हैं। साथ ही, यह भी याद रखें कि अपनी सुरक्षा के लिए जागरूक रहना और कानून का सम्मान करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। हम मिलकर ही किसी भी अपराध को रोक सकते हैं।
संपादक – धन्यवाद, यह संवाद पूरे क्षेत्र के लिए सूचना और प्रेरणा का स्रोत बनेगा। आशा है कि पहाड़ी थाना के इस नए अध्याय से महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था में सुधार होगा।
इस नई नियुक्ति के साथ ही पहाड़ी थाना महिला सुरक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करता दिख रहा है, जहां तकनीक, समर्पण और जनता के साथ बेहतर संवाद के माध्यम से अपराधों पर नियंत्रण और महिलाओं की सुरक्षा को सर्वाेच्च स्थान दिया जाएगा। पहाड़ी थाना, चित्रकूट का यह कदम पूरे जिले में महिला सशक्तिकरण और पुलिसिंग में आधुनिकता के उदाहरण के रूप में देखा जायेगा।