चित्रकूट जिले की औद्योगिक तस्वीर बीते कुछ वर्षों में बदली है, और इस बदलाव के केंद्र में एक नाम बड़ी मजबूती से उभरा है — बृजेश त्रिपाठी। इनका ब्रांड ‘प्रिया मसाला’ आज केवल मसालों का नाम नहीं, बल्कि स्थानीय उद्यमिता, सामाजिक सेवा और ईमानदारी से कारोबार करने की एक प्रेरणादायी मिसाल बन चुका है। कभी एक छोटे से यूनिट से शुरू हुई इस यात्रा ने अब इतना मुकाम हासिल कर लिया है कि आज ‘प्रिया मसाला इंडस्ट्री’ को चित्रकूट का सर्वोच्च करदाता घोषित करते हुए भामाशाह सम्मान से नवाजा गया है।
बृजेश त्रिपाठी ने 15 वर्ष पूर्व चित्रकूट में मसाला उत्पादन की एक साधारण सी यूनिट स्थापित की थी। सीमित संसाधनों से शुरू हुई यह कोशिश आज एक संगठित और सशक्त उद्योग के रूप में विकसित हो चुकी है। इस उद्योग ने न केवल सैकड़ों स्थानीय लोगों को रोजगार दिया, बल्कि चित्रकूट को व्यापार के नक्शे पर भी एक पहचान दिलाई है। उद्योग की तरक्की के साथ-साथ त्रिपाठी जी की सोच भी बड़ी रही — उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों की मदद को अपने कारोबार का अभिन्न हिस्सा बना लिया। उनके सहयोग से दर्जनों मरीजों का इलाज हुआ, अग्निकांड से पीड़ित परिवारों को राहत पहुंची, और शिक्षा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी वे लगातार योगदान देते आ रहे हैं।
इसी सेवा भाव, ईमानदारी और योगदान के चलते हाल ही में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित ‘व्यापारी कल्याण दिवस 2025’ कार्यक्रम में जिलाधिकारी शिवशरणअप्पा जी एन ने बृजेश त्रिपाठी को भामाशाह पुरस्कार प्रदान किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने खुले मंच से कहा, “अगर चित्रकूट को आगे ले जाना है तो हमें बृजेश त्रिपाठी जैसे ईमानदार और कर्मठ उद्यमियों की ज़रूरत है। इनके जैसे लोग जब समाज में प्रेरणा बनते हैं, तब न केवल औद्योगिक विकास होता है बल्कि पलायन जैसी समस्याओं का समाधान भी निकलता है।”
इस अवसर पर चित्रकूट के वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों और व्यापारिक संगठनों ने भी बृजेश त्रिपाठी की सराहना की। जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव ने उन्हें बेहद मिलनसार, कर्तव्यनिष्ठ और जनपक्षीय उद्यमी बताते हुए कहा कि यह पुरस्कार केवल एक व्यक्ति का नहीं बल्कि पूरे जिले के मेहनती व्यापारियों की जीत है। कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने कहा कि, “प्रिया मसाला अब केवल एक ब्रांड नहीं, बल्कि यह चित्रकूट के श्रम, लगन और स्थानीय व्यापार की ताकत का प्रतीक है।”
वाणिज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर विक्रम अजीत ने बताया कि बृजेश त्रिपाठी समय से कर अदा करते हैं, सभी दस्तावेज़ों में पारदर्शिता बरतते हैं और हमेशा विभाग के संपर्क में रहते हैं। उन्होंने कहा, “आज जब कर चोरी आम बात होती जा रही है, ऐसे में बृजेश जी जैसे करदाता न केवल विभाग के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक सकारात्मक उदाहरण हैं।”
इस आयोजन में चित्रकूट के कई गणमान्य व्यापारी एवं समाजसेवी उपस्थित रहे। राजीव अग्रवाल (जिला अध्यक्ष, उद्योग व्यापार मंडल), सुनील द्विवेदी, शिवपूजन गुप्ता, ओम केसरवानी, सतीश मिश्रा, अरुण गुप्ता, संजय अग्रवाल, और गिरीश अग्रवाल सहित अन्य व्यापारियों ने बृजेश त्रिपाठी को बधाई दी और कहा कि यह सम्मान पूरे चित्रकूट के लिए गर्व की बात है।
अगर चित्रकूट में स्थानीय उद्योगों को ऐसा ही समर्थन और दिशा मिलती रही, तो वह दिन दूर नहीं जब यह जनपद सिर्फ धार्मिक पर्यटन के लिए नहीं, बल्कि स्थानीय उत्पादन, ईमानदार कारोबार और समाज सेवा की मिसाल के रूप में जाना जाएगा।
बृजेश त्रिपाठी की सफलता सिर्फ उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह चित्रकूट की मेहनतकश माटी की जीत है — जो अगर मौका और मंच पाती है, तो चमत्कार कर दिखाती है।