चित्रकूट । राजनीति में जब भी संघर्ष और सेवा की मिसाल दी जाती है, तो आमतौर पर बड़े नेताओं के किस्से गिनाए जाते हैं। लेकिन अब चित्रकूट के रामपुरी वार्ड से एक ऐसा नाम उभर रहा है, जिसने यह साबित कर दिया है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो एक चाय बेचने वाला भी जनता का सेवक बन सकता है। ये कहानी है अनुज निगम कीकृएक सामान्य परिवार के बेटे, जिन्होंने केवल 21 वर्ष की उम्र में नगर पालिका चुनाव जीतकर उत्तर प्रदेश के सबसे कम उम्र के सभासद बनने का इतिहास रच दिया।
अनुज निगम के पिता प्रदीप निगम, चित्रकूट के एक प्रतिष्ठित अधिवक्ता हैं। लेकिन अनुज ने अपने जीवन की राह खुद तय की। चाय की दुकान से शुरुआत करने वाले इस युवा ने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ लोगों से जुड़ने का हुनर भी सीख लिया। ग्राहकों को चाय पिलाते-पिलाते अनुज ने उनकी समस्याएं, ज़मीनी हकीकतें और जनता की राजनीति को गहराई से समझा। शायद यही वजह रही कि जब उन्होंने 2017 में चुनाव लड़ा, तो जनता ने उन्हें भरपूर समर्थन दिया और वे पहली बार में ही विजयी हुए।
अब जब वे दूसरी बार रामपुरी वार्ड से सभासद चुने गए हैं, तो उनकी लोकप्रियता और जनसमर्थन पहले से कहीं अधिक है। उन्होंने अपनी सीमित शिक्षा स्नातक को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया, बल्कि मैदान में मेहनत, लोगों से संवाद और सेवा को अपनी असली योग्यता बना लिया। राजनीति में उनके काम करने का तरीका सरल, स्पष्ट और प्रभावी है। वे जनसमस्याओं को सुनते हैं, समाधान के लिए प्रयास करते हैं, और दिखावे से ज़्यादा ज़मीन पर दिखते हैं।
अनुज निगम अब अपने अगले लक्ष्य की ओर अग्रसर हैं चेयरमैन बनना। वे खुलकर कहते हैं, मैंने चाय की दुकान से जो सीखा, वह आज भी मेरी ताकत है। वहां मैंने जनता की सच्ची आवाज़ सुनी। अब अगर मौका मिला तो मैं पूरे नगर का विकास करके दिखाऊंगा।ष् उनकी यह स्पष्टता, आत्मविश्वास और ज़मीनी जुड़ाव ही है जो आज उन्हें युवाओं और आम जनता के बीच लोकप्रिय बनाता जा रहा है।
रामपुरी और आसपास के वार्डों में चर्चा है कि अगली बार अनुज निगम को चेयरमैन की कुर्सी पर बैठाना चाहिए। जनता का विश्वास, युवा ऊर्जा और सेवा का संकल्प इन तीनों के साथ अनुज का सफ़र अब नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है। राजनीति में जहां वंशवाद, दौलत और दिखावा हावी हो चुका है, वहीं अनुज जैसे युवा एक नई उम्मीद की तरह सामने आए हैं।
अगर एक चायवाला प्रधानमंत्री बन सकता है, तो चाय बेचने वाला चेयरमैन क्यों नहीं? चित्रकूट की जनता अब यही कह रही है कि
इस बार अनुज, चेयरमैन बनेगा!
21 साल की उम्र में बना सबसे युवा सभासद, अब चेयरमैन की तैयारी
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