Homeचित्रकूटजानिए कितने मे बिकी कटरीना?

जानिए कितने मे बिकी कटरीना?

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चित्रकूट। चित्रकूट के ऐतिहासिक गधा मेला में इस बार काफी उत्साह देखने को मिला है। गधे व्यापारियों में खरीदारों में दूर-दूर से व्यापारी पहुंचे हैं इस बार लगभग 2000 से अधिक गधे पहुंचे हैं काफी मात्रा में बिक्री भी हुई है व्यवस्थाओं में कुछ कमियां नजर आई हैं महिला गधेड़ ने कहा है कि 400 से अधिक सालों से लग रहा है इस मेले में आज तक जगह सुनिश्चित नहीं की गई है ना ही शौचालय की व्यवस्था है और ना ही रुकने की ही कोई व्यवस्था है फिलहाल इस बार बिक्री ठीक थी लोगों का कहना है की मशीनरी के प्रयोग के चलते अब यह धीरे-धीरे कम होता जा रहा है जानवरों का प्रयोग, मेला प्रभारी एसडीम मझगवां जितेंद्र वर्मा ने मौके पर पहुंचकर गधेड़ो से जानकारी ली है मेला व्यवस्था को देखा है। अभी तक गधे मेले में सबसे महंगी एक गधी बिकी है जिसका नाम कैटरीना बताया जा रहा है और उसकी कीमत 41000 रूपये लगी है।

गधे मेले में रही दो जिया चित्रकूट में गधे मेले में एक जिया जिसकी कीमत लगभग 80,000 दूसरी जिया की कीमत 30,000 रही

औरंगजेब के जमाने से चले आ रहे ऐतिहासिक गधे मेले में सैफ अली, कटरीना, शालू और जिया रहे आकर्षण के केंद्र,सबसे महंगी बिकी कैटरीना,जिया और शालू रहे आकर्षण के केंद्र,गधे मेले में फिल्मी सितारों के नाम से गधे रहे आकर्षण का केंद्र ।

 

C P Dwivedi
C P Dwivedihttps://sarasbhavna.com
लेखक परिचय: चंद्रप्रकाश द्विवेदी , चित्रकूट निवासी एक सक्रिय पत्रकार, लेखक, शिक्षाविद् और सामाजिक विचारक हैं, जो पिछले दो दशकों से हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र ‘सरस भावना’ के संपादक के रूप में जनपक्षीय पत्रकारिता कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत विभिन्न प्रतिष्ठित समाचार संस्थानों से की और अपने लेखन तथा संपादन कौशल से बुंदेलखंड की पत्रकारिता को नई दिशा दी। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने अंग्रेज़ी साहित्य में स्नातकोत्तर (M.A.), कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री (M.Sc. CS), सामाजिक कार्य में स्नातकोत्तर (MSW), पत्रकारिता एवं जनसंचार में डिग्री, और क़ानूनी ज्ञान में स्नातक (L.L.B.) की शिक्षा प्राप्त की है। वे एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं — एक संवेदनशील पत्रकार, प्रतिबद्ध समाजसेवी, करियर काउंसलर, राजनीतिक विश्लेषक, अधिवक्ता और व्यंग्यकार। वे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि परिवर्तन और ग्रामीण विकास जैसे जनहित से जुड़े विषयों पर निरंतर काम कर रहे हैं। वर्तमान में वे बुंदेली प्रेस क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और सरकार से मान्यता प्राप्त वरिष्ठ पत्रकारों में शुमार हैं। लेखन नाम बड़का पंडित‘’ के नाम से वे राजनीतिक पाखंड, जातिवाद, दिखावटी विकास, मीडिया के पतन और सामाजिक विडंबनाओं पर तीखे, मगर प्रभावशाली व्यंग्य लिखते हैं, जो समाज को सोचने और बदलाव के लिए प्रेरित करते हैं। उनकी लेखनी न सिर्फ व्यंग्य का माध्यम है, बल्कि बुंदेलखंड की पीड़ा, चेतना और संघर्ष की आवाज़ भी है।

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