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केंद्रीय विद्यालय चित्रकूट द्वारा जी-20, एनईपी और एफएलएन पर जागरूकता कार्यक्रम के तहत एक आनलाइन कार्यशाला का हुवा आयोजन

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वक्ताओं ने जनभागीदारी कार्यक्रमों के तहत “एक पृथ्वी, एक परिवार” बनाने के लिए मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता पर दिया गया जोर

चित्रकूट । केंद्रीय विद्यालय चित्रकूट द्वारा जी-20, एनईपी और एफएलएन पर जागरूकता कार्यक्रम के तहत एक आनलाइन कार्यशाला आयोजित किया गया, इस आनलाइन कार्यशाला के तहत गूगल मीट के माध्यम से सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षाविदों, कई कॉलेज के प्रधानाचार्य मुख्य अतिथि के रूप में समाज के विभिन्न स्तरों के लोगों को उनके योगदान के लिए प्रोत्साहित किया गया । साथ ही केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य , सभी छात्र एवं सभी अध्यापक जुड़े रहे। यह बैठक जी-20, एनईपी और एफएलएन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों को वैश्विक स्तर पर शिक्षा के स्तर को ऊंचा करने के लिए सुनिश्चित करने के लिए किया गया , इसी कड़ी में जी -20 की शैक्षणिक कार्य समूह की 19 से 22 जून 2023 को पुणे में होने वाली बैठक से पूर्व देश भर के केन्द्रीय विद्यालय अपने जनपद में कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।

आयोजित मीटिंग में आयोजित होने वाली चौथी और अंतिम G-20 शिक्षा कार्य समूह की बैठक, निपुन भारत मिशन के तहत आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता (FLN) पर केंद्रित रही है । इस संबंध में, शिक्षा मंत्रालय ने राज्यों को मिशन के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए केंद्रीय विद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय के सहयोग से राज्य, जिला और स्कूल स्तर पर जनभागीदारी के तहत विभिन्न कार्यक्रमों/गतिविधियों का संचालन करने का निर्देश दिया है। इसी के तहत केंद्रीय विद्यालय चित्रकूट में जनभागीदारी कार्यक्रम के तहत सभी लोगों की सक्रिय भागीदारी पर ध्यान केंद्रित कराया गया। वक्तव्यों के क्रम में प्राइमरी शिक्षिका रेनू तोमर ने बताया की “मूल साक्षरता और संख्यात्मकता सुनिश्चित करना, विशेष रूप से मिश्रित शिक्षा के संदर्भ में” विषय को बढ़ावा देना और उसका समर्थन करना व्यापक रूप से बताया गया । बैठक में जगद्गुरु भद्राचार्य विश्वविद्यालय के प्रोफेसर निहार रंजन मिश्रा ने न्यू एजुकेशन पालिसी के बारे में विस्तृत रूप से बताया। कार्यशाला में समाजसेवी एवम युवा पत्रकार अनुज हनुमत ने जी -20 पर व्याख्यान दिया, बताया कि जनभागीदारी कार्यक्रमों के एक भाग के रूप में, जिलों द्वारा जिला स्तर के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए भी पहल की जानी चाहिए ।


कार्यशाला में केन्द्रीय विद्यालय के अलावा जवाहर नवोदय विद्यालय मानिकपुर, चित्रकूट अशोक पब्लिक स्कूल, खोह चित्रकूट, संत थामस सीनियर सेकेंडरी स्कूल, शिवरामपुर, चित्रकूट, श्रीजी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, चित्रकूट, सुषमा स्वरूप इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, अभिनव स्कूल सरधुवा तथा अन्य विद्यालयों से भी प्राचार्य, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यशाला के अंत में विद्यालय प्राचार्य ने सभी प्रतिभागियो को धन्यवाद ज्ञापित किया, प्राचार्य विनोद कुमार ने बताया कि जी-20, एनईपी और एफएलएन के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए कला और शिल्प प्रतियोगिता, रैली, रंगोली, कविता पाठ, नुक्कड़ नाटक, पहेली हल करना, कहानी सुनाना, विशेष रूप से दादा-दादी और सेवानिवृत्त व्यक्तियों को शामिल करने जैसी विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। । कार्यक्रमों के तहत विभिन्न गतिविधियों के लिए हितधारकों को शामिल करने का उद्देश्य बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता के लक्ष्यों को प्राप्त करने पर विशेष ध्यान देने के साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास की प्राप्ति के लिए शिक्षा प्रणाली में एक सक्षम वातावरण बनाना है, बच्चे अधिकतम समय व्यतीत करते हैं अपने माता-पिता और समाज के अन्य लोगों के साथ और स्थानीय संदर्भ और संस्कृति में समुदाय के सदस्यों की भागीदारी, स्थानीय भाषाओं का उपयोग सीखने के माहौल पर स्वस्थ और सकारात्मक प्रभाव के लिए जनभागीदारी गतिविधियों का एक अभिन्न अंग है। कार्यशाला का सफल संचालन समीर शुक्ल प्रवक्ता जीव बिज्ञान ने किया। कार्यशाला में मुख्य रूप से केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक पी.एन तिवारी , अलोक श्रीवास्तव, बद्रीश शुक्ल, अंशुमान सिंह, अवधेश पाल, आर के मौर्या , चन्द्र प्रकाश द्विवेदी , सत्यम यादव , शिव कुमार, अमित कुमार सिंह , पारुल वर्मा , प्रमोद कुमार तिवारी , प्रियंका अग्रवाल , सईद अहमद खान सहित विद्यालय के सभी छात्र, अभिवावक समेत सैकड़ों लोग कार्यशाला मे उपस्थित रहे।

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