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सीतापुर में पत्रकार की हत्या पर आक्रोश, चित्रकूट के पत्रकारों ने कलेक्ट्रेट में दिया धरना

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घंटे बाद सत्ता पक्ष के विधायक अविनाश चंद्र द्विवेदी ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर लिया पत्रकारों से ज्ञापन

विधायक ने कहा वह इस मुद्दे पर सीधे मुख्यमंत्री से करेंगे वार्ता ?

सवाल ये कि जब डीएम कलेक्ट्रेट पहुंचे तो पत्रकारों का ज्ञापन लिए बगैर क्यों तुरंत चले गए ?

चित्रकूट: सीतापुर में हुए पत्रकार साथी की नृशंस हत्या के खिलाफ चित्रकूट के पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है। इसी के चलते मंगलवार को जिले के पत्रकारों ने एक बार फिर प्रेस क्लब ऑफ यूपी ,बुंदेली प्रेस क्लब और पत्रकार कल्याण समिति के संयुक्त तत्वाधान में कलेक्ट्रेट पहुंचकर अर्धनग्न अवस्था में विरोध प्रदर्शन किया । इसके उपरांत पत्रकारों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देने की कोशिश की, लेकिन प्रशासन ने इसे लेने से इनकार कर दिया और डीएम कलेक्ट्रेट से निकलकर गाड़ी में बैठकर चले गए । इस असंवेदनशील रवैये से नाराज पत्रकारों ने कलेक्ट्रेट परिसर में ही धरना देना शुरू कर दिया।

प्रशासन की बेरुखी से नाराज पत्रकार

जानकारी के मुताबिक, सीतापुर में एक पत्रकार की हत्या के मामले में न्याय और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर चित्रकूट के पत्रकारों के तीन प्रमुख संगठन कलेक्ट्रेट पहुंचे। प्रेस क्लब ऑफ यूपी के जिलाध्यक्ष अनुज हनुमत ने कहा कि वे इस हत्याकांड को लेकर प्रशासन तक अपनी आवाज पहुँचाना चाहते हैं और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की अपील करना चाहते हैं। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से, जिला प्रशासन ने पत्रकारों का ज्ञापन लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी स्वयं कलेक्ट्रेट परिसर आए और कुछ देर बाद चले भी गए, लेकिन उन्होंने पत्रकारों की भावनाओं को समझने की जरूरत नहीं समझी। प्रशासन के इस रवैये से पत्रकारों में आक्रोश बढ़ गया, और उन्होंने वहीं धरने पर बैठने का फैसला किया।

पत्रकारों ने की निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग

धरने पर बैठे पत्रकारों ने कहा कि अगर प्रशासन और सरकार पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते, तो यह बेहद चिंताजनक स्थिति है। पत्रकारों ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि अगर प्रशासन इसी तरह से मीडिया कर्मियों की आवाज को दबाने की कोशिश करेगा, तो आगे और बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

प्रशासनिक असंवेदनशीलता पर उठे सवाल

बुंदेली प्रेस क्लब के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश द्विवेदी का कहना है कि जब समाज की हर छोटी-बड़ी घटनाओं को जनता तक पहुँचाने का काम पत्रकार करते हैं, तो उनकी सुरक्षा और न्याय के लिए प्रशासन का इस तरह बेरुखी दिखाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। जिलाधिकारी का ज्ञापन न लेना यह दर्शाता है कि प्रशासन पत्रकारों की मांगों और सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है।

पत्रकार समाज कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष रामचंद्र तिवारी ने कहा कि जब वे किसी मुद्दे को उठाते हैं, तो उन पर दबाव बनाया जाता है। कई बार उन्हें डराया-धमकाया भी जाता है। अगर प्रशासन पत्रकारों की आवाज नहीं सुनेगा, तो यह प्रेस की स्वतंत्रता के लिए खतरा बन सकता है।

धरना जारी, आगे की रणनीति पर मंथन

धरने पर बैठे पत्रकारों ने स्पष्ट किया कि जब तक प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देता और ज्ञापन स्वीकार नहीं करता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने अन्य जिलों के पत्रकारों से भी इस आंदोलन में समर्थन देने की अपील की है।

इस पूरे घटनाक्रम ने प्रशासन की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या पत्रकारों की हत्या पर न्याय मांगने का भी अधिकार छीना जाएगा? क्या मीडिया कर्मियों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर प्रशासन इतना असंवेदनशील रहेगा? यह सवाल अब चित्रकूट ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के पत्रकारों और जागरूक नागरिकों के मन में उठने लगे हैं।

सत्ता पक्ष के विधायक ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर खत्म कराया पत्रकारों का धरना

मानिकपुर विधायक अविनाश चंद्र द्विवेदी ने पत्रकारों के उक्त धरने का स्वतः संज्ञान लिया और वह कलेक्ट्रेट पहुंचे । उन्होंने प्रेस क्लब ऑफ यूपी की अगुवाई में पहुंचे सभी पत्रकार संगठनों से विनम्रता पूर्वक अपील की ,वह धरना खत्म करे और उन्हें अपना ज्ञापन सौंप दें । इसके बाद पत्रकार संगठनों ने निर्णय किया कि वह मानिकपुर विधायक को उक्त ज्ञापन सौंपेंगे । प्रेस क्लब ऑफ यूपी , बुंदेली प्रेस क्लब और पत्रकार कल्याण समिति ने संयुक्त रूप से मानिकपुर विधायक अविनाशचंद्र द्विवेदी को सीतापुर पत्रकार हत्याकांड से जुदा ज्ञापन सौंपा । मानिकपुर विधायक ने पत्रकारों को आश्वस्त किया कि वह उक्त ज्ञापन को सीधे मुख्यमंत्री को भेजेंगे और कड़ी कार्यवाही एवं मुआवजे हेतु व्यक्तिगत वार्ता करेंगे । इसके बाद उन्होंने उक्त ज्ञापन की एक कॉपी एडीएम राजेश चौरसिया को दी और कहा कि आप भी अपने स्तर से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज दें ।

इस मौके पर सुधीर मिश्र , शंकर यादव , संतोष बंसल , सोहन ,परवेज , हरवंश द्विवेदी , नरेंद्र शुक्ला ,ललित पांडेय , गणेश शुक्ला, श्रवण कुमार पटेल , शिवप्रकाश पांडेय , धर्मेंद्र कुमार , राकेश कुमार , रामनरेश विश्वकर्मा ,प्रकाश ओझा , राममिलन , आकाश कश्यप, अखिलेश , धीरेन्द्र ,सुखेन्द्र , राकेश , सुधीर , अमरदीप शुक्ला , जुगेंद्र सहित आधा सैकड़ा पत्रकार मौजूद रहे

C P Dwivedi
C P Dwivedihttps://sarasbhavna.com
लेखक परिचय: चंद्रप्रकाश द्विवेदी , चित्रकूट निवासी एक सक्रिय पत्रकार, लेखक, शिक्षाविद् और सामाजिक विचारक हैं, जो पिछले दो दशकों से हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र ‘सरस भावना’ के संपादक के रूप में जनपक्षीय पत्रकारिता कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत विभिन्न प्रतिष्ठित समाचार संस्थानों से की और अपने लेखन तथा संपादन कौशल से बुंदेलखंड की पत्रकारिता को नई दिशा दी। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने अंग्रेज़ी साहित्य में स्नातकोत्तर (M.A.), कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री (M.Sc. CS), सामाजिक कार्य में स्नातकोत्तर (MSW), पत्रकारिता एवं जनसंचार में डिग्री, और क़ानूनी ज्ञान में स्नातक (L.L.B.) की शिक्षा प्राप्त की है। वे एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं — एक संवेदनशील पत्रकार, प्रतिबद्ध समाजसेवी, करियर काउंसलर, राजनीतिक विश्लेषक, अधिवक्ता और व्यंग्यकार। वे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि परिवर्तन और ग्रामीण विकास जैसे जनहित से जुड़े विषयों पर निरंतर काम कर रहे हैं। वर्तमान में वे बुंदेली प्रेस क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और सरकार से मान्यता प्राप्त वरिष्ठ पत्रकारों में शुमार हैं। लेखन नाम बड़का पंडित‘’ के नाम से वे राजनीतिक पाखंड, जातिवाद, दिखावटी विकास, मीडिया के पतन और सामाजिक विडंबनाओं पर तीखे, मगर प्रभावशाली व्यंग्य लिखते हैं, जो समाज को सोचने और बदलाव के लिए प्रेरित करते हैं। उनकी लेखनी न सिर्फ व्यंग्य का माध्यम है, बल्कि बुंदेलखंड की पीड़ा, चेतना और संघर्ष की आवाज़ भी है।

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